Partition
of Property in India
परिचय
भारत
में परिवारिक जमीन या घर
का बंटवारा (Partition) अक्सर विवाद की वजह बन
जाता है। भाई-बहन
या सह-मालिक (co-owners) के बीच
झगड़े से बचने के
लिए ज़रूरी है कि संपत्ति
का बंटवारा कानूनी तरीके से किया जाए।
Partition of
Property क्या है?
Partition का
मतलब है – जब एक
से ज्यादा लोग किसी संपत्ति
के मालिक हों तो उस
संपत्ति को उनके हिस्से
में बाँट देना।
बंटवारे के तरीके
Partition की
कानूनी प्रक्रिया
सह-मालिकों के अधिकार
आम विवाद
Q1. क्या
बिना रजिस्ट्री के partition मान्य है?
नहीं,
रजिस्ट्री ज़रूरी है।
Q2. क्या
बेटियों को हक है? हाँ, 2005 के बाद बेटियों
को बराबर का हक है।
Q3. क्या
कोर्ट केस लंबा चलता है?
हाँ,
इसलिए कोशिश करें कि आपसी
सहमति से बंटवारा हो।
निष्कर्ष
संपत्ति
का बंटवारा सही तरीके से
करने पर झगड़े से
बचा जा सकता है।
✅ आपसी
सहमति सबसे अच्छा तरीका
है।
✅
Deed को रजिस्टर्ड कराना न भूलें।
✅
अगर विवाद हो तो कोर्ट
की मदद लें।